Tuesday, July 5, 2011

subidhashulkaur khatirdari?

??????सुबिधा  शुल्क ?????????
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कलियुग की जटा में भरा है भ्रष्टाचार  का जहर?
 जितना भी धोओगे सैम्पो से तो औरभी काला होगा  आपका ये शहर?
कालाधन ,भ्रष्टाचार ही हैं जीने  के लिए जरूरी ?
,सत्ता के जारी हैं कहर ? नही दोगे पैसा तो फाइल नही खिसकेगी?
चक्कर कटते कटते थक जाओगे?होसकता है ?
भगवान् का बुलाबा आजाये ,करने चले जाओ वहां की  शहर?
कहीं आजकल आजकल में वर्षों निकलते जायेगे ?
गर सुबिधा में कटोत्रा होगा तो काम कछुए चाल से होगा,
शुल्क अफसर,बाबू के मन का होगा तो गर्मी पड़ रही है ,
कोकोकोला ,लिम्का ,फेंटा ,आइसक्रीम  जो चाहोगे सामने होगा?
नाश्ता फ्री में ?लेने वाले के दिल मेतुम्हारे, लिए ,
इज्ज़त का ज्ज्बा होगा ?लंच ,डिन्नर की फिक्सिंग होगी,
  हर आने वाले कल का काम, आज ही तत्काल होगा ?   

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